‘अपनों की अस्थियों को तो सभी विसर्जित करते हैं, लेकिन लावारिस लाशों की कौन करेगा’ लावारिसों की आत्मा को सहारा – कुमार पेंटर मुकेरियां – लगातार लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार कर उनकी अस्थियों को इसी प्रकार गंगा में प्रवाहित करते हैं।