बीते 1991-92 से लावारिस शवों की अस्थियों को हरिद्वार लाकर गंगा में विसर्जित किया जाता है। वहां पर पूरे विधि-विधान से विसर्जन करवा लावारिस शवों की आत्मा शांति के लिए माँ गंगा से प्रार्थना की जाती है। पिहोवा में भी जाकर लावारिस शवों की आत्मा की शांति के लिए पूजन किया जाता है। यह पुण्य का कार्य है और इसमें समाज के हर वर्ग को आगे आना चाहिए।
कुमार पेंटर अपनों के ठुकराए हुए बेसहारा लोगों की मौत के बाद उनके मोक्ष की राह आसान करते है । समाजसेवी कुमार पेंटर को मुकेरियां लावारिस पड़े शवों के मसीहा के रुप में जाना जाता है । कुमार पेंटर का कहना है कि हमें लावारिस लाशों का अंतिम संस्कार सही तरीके से करना चाहिए । जिससे मृत व्यक्ति की आत्मा को शांति मिल सके और मोक्ष प्राप्त हो सके ।
किसी भी लावारिस या गरीब व्यक्ति के शव मिलने पर कपड़ा सहित अंतिम संस्कार में उपयोग में आने वाली सामग्री का व्यवस्था करवाते है । ट्रेन से कटने या रेलवे स्टेशन पर मृत मिलने वाले व्यक्ति की शिनाख्ती होती हैं और उनके परिवार के लोग बाहर से आते और स्थिति ठीक नहीं होने पर अंतिम संस्कार में मदद करने के साथ ही उन्हें ठहरने व भोजन की व्यवस्था भी कर दी जाती हैं। लावारिश शवों के अंतिम संस्कार के बाद इनका पिंडदान किया जाता है । कुमार पेंटर हिन्दू समाज के व्यक्ति का अंतिम संस्कार करने के बाद उनकी अस्थियां हरिद्वार ले जाकर वैदिक संस्कार के जरिए पिंडदान गंगा नदी में प्रवाहित करते है । अगर कोई भी व्यक्ति का लावारिस शव मिलता है, तो उसको उस समाज और पुलिस प्रशासन की मदद से अंतिम संस्कार करते है ।
लावारिस लाश जिनको मोक्ष दिलाने वाला कोई नहीं, जिनका शव अंत्येष्टि का महीनों इंतजार करता है, कुमार पेंटर वह लोग कुमार पेंटर से संपर्क कर सकते हैं । ईश्वर हर इंसान में मौजूद है, मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है। लावारिस शवों का अंतिम संस्कार बड़ा ही पुनीत कार्य है । हर पुलिस थाने में अपने नंबर दे रखे है । इसके अलावा होशियारपुर जिले में अगर कही पर भी लावारिस/अनाथ शव मिलता है तो आप कुमार पेंटर से 9417048601 पर संपर्क कर सकते है ।